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समुद्र के नीचे मंडरा रहा है 'शार्ककैनो' नाम का खतरा कभी भी फट सकता है, NASA की चेतावनी!

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सोलोमन (Solomon) द्वीप में कवाची ज्वालामुखी (Kavachi Volcano) प्रशांत महासागर (Pacific Ocean) में सबसे सक्रिय सबमरीन ज्वालामुखियों में से एक है। NASA भी इसे लेकर गंभीर दिखाई दे रहा है। स्मिथसोनियन ग्लोबल ज्वालामुखी कार्यक्रम के अनुसार, यह ज्वालामुखी अक्टूबर 2021 में विस्फोट फेज़ में दाखिल हो गया था, जिसके बाद सैटेलाइट डेटा में देखा गया कि अप्रैल और मई 2022 के बीच कई दिन कवाची के आसपास के पानी का रंग भी बदला हुआ था। NASA के Earth Observatory ने अपने एक ब्लॉग में 14 मई, 2022 को Lansat 9 पर ऑपरेशनल लैंड इमेजर -2 (OLI-2) द्वारा ली गई तस्वीर को शेयर किया, जिसमें सबमरीन वोल्केनो से निकलने वाला फीका पड़ा पानी दिखाई दे रहा है। यह मटमैले पानी कई किलोमीटर तक फैला दिखाई दे रहा है। 2008 में की गई एक स्टडी पर रोशनी डालते हुए ब्लॉग कहता है कि सुपरहीटेड, अम्लीय पानी के ऐसे प्लम में आमतौर पर पार्टिकुलेट मैटर, ज्वालामुखीय चट्टान के टुकड़े और सल्फर होते हैं। ज्वालामुखी के लिए 2015 के एक वैज्ञानिक अभियान में पाया गया था कि पानी में डूबे इस क्रेटर में दो प्रजातियों की शार्क रहती हैं, जिनमें से एक हैमर...

स्‍टडी में दावा- टोंगा के समुद्र में फटा ज्‍वालामुखी था 140 साल का सबसे बड़ा विस्‍फोट

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दक्षिण प्रशांत महासागर में स्थित देश टोंगा (Tonga) में इस साल की शुरुआत में एक ज्‍वालामुखी (volcano) फट गया था। यह ज्‍वालामुखी समुद्र के नीचे फटा था, जिसने बड़े स्‍तर पर दबाव वाली लहरें या शॉक वेव्‍स पैदा कीं, जिनमें से कुछ पृथ्वी के वायुमंडल से होकर गुजरीं। इन शॉक वेव्‍स की वजह से 10 हजार किलोमीटर दूर अमेरिका के राज्य अलास्का में भी लोगों ने पानी में शोर और उछाल आने की जानकारी दी। अब दो नई स्‍टडीज से पता चला है कि यह पिछले 140 साल में सबसे बड़ा विस्फोट है। टोंगा की घटना की तुलना 1883 में इंडोनेशिया में हुए क्राकाटाऊ विस्फोट से की गई है। उस उस भयावह घटना में 30 हजार से ज्‍यादा लोग मारे गए थे। बताया जाता है कि सीमाउंट में कई हफ्तों की एक्टिविटीज के बाद यह विस्‍फोट हुआ। न्‍यूक्‍लियर टेस्‍ट बैन ट्रीटी (CTBT) का पालन करने के लिए लगाए गए डिटेक्‍टरों ने इस विस्‍फोट से हुए सिग्‍नलों को नोट‍िस किया। बताया जाता है कि इससे जो ऊर्जा निकली थी, वह 100 हिरोशिमा बमों के स्केल के बराबर थी।   टोंगा में जब पानी के नीचे ज्वालामुखी फटा, तो उसने हमारे वायुमंडल की तीसरी लेयर मेसोस्फीयर से टकराने के लिए...

टोंगा में जलमग्न ज्वालामुखी में विस्फोट हुआ

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First Published: January 17, 2022 | Last Updated:January 17, 2022 टोंगा (प्रशांत महासागर में एक देश) में हाल ही में एक पानी के नीचे एक ज्वालामुखी में विस्फोट हुआ। इसे “हुंगा टोंगा हुंगा हापई” (Hunga Tonga Hunga Haapai) ज्वालामुखी कहा जाता है। यह विस्फोट बहुत बड़ा और जोरदार था। हालांकि ज्वालामुखी पानी के नीचे और 2,383 किमी दूर स्थित था, इसकी आवाज़ टोंगा में सुनी गई। इसके अलावा, इस विस्फोट ने सुनामी लहरें भी पैदा कीं। पिछले कुछ दिनों से ज्वालामुखी में विस्फोट हो रहा था। इसकी पहचान कुछ क्षेत्रों में अमोनिया और सल्फर की गंध से हुई। यह ज्वालामुखी भूकंपीय रूप से सक्रिय क्षेत्र में स्थित है। सुनामी लहरें ज्वालामुखी विस्फोट ने पास के समुद्र तटों और प्रशांत क्षेत्र के आसपास के क्षेत्रों में भी सुनामी लहरें पैदा कीं। इस प्रकार के ज्वालामुखी के कारण उत्पन्न होने वाली सुनामी तरंगों को उल्कापिंड सुनामी तरंगें (meteo tsunami waves) कहा जाता है। यह ज्वालामुखी के एक हिस्से के गिरने के कारण होता है। यह सुनामी लहरें दबाव में तत्काल परिवर्तन के कारण होती हैं जिससे बड़ी मा...