2021-23 की पहली छमाही में 8.45 लाख करोड़ रुपये का उधार लेगी भारत सरकार
First Published: April 4, 2022 | Last Updated:April 4, 2022 अर्थव्यवस्था के पुनरुद्धार के लिए राजस्व अंतर को वित्तपोषित करने के लिए भारत सरकार द्वारा 8.45 लाख करोड़ रुपये का लक्ष्य रखा गया है जिसे 2022-23 की पहली छमाही में जुटाया जाएगा। मुख्य बिंदु अगले वित्तीय वर्ष के लिए अनुमानित सकल बाजार उधार 14.31 लाख करोड़ रुपये है। 8.45 लाख करोड़ रुपये अप्रैल से सितंबर की अवधि में जुटाए जायेंगे। वित्त वर्ष 2022-23 के लिए उधार का 60% वित्तीय वर्ष के पहले छह महीनों में पूरा किया जाएगा। 2021-22 के लिए सकल उधारी 12,500,500 करोड़ रुपये थी। उधार का उद्देश्य उधार का उद्देश्य पूंजीगत व्यय (capital expenditure) को आगे बढ़ाना है जिससे देश की अर्थव्यवस्था पर गुणक प्रभाव (multiplier effect) पड़ेगा। दिनांकित प्रतिभूतियों के माध्यम से सकल उधार 2022-23 के लिए दिनांकित प्रतिभूतियों (dated securities ) के माध्यम से सकल बाजार उधार 14,95,000 करोड़ रुपये होगा। जनवरी 2022 के स्विच संचालन (switch operations) के महीने को ध्यान में रखते हुए, वित्त वर्ष 2022-23 के लिए दिनांकित प...