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हबल स्पेस टेलीस्कोप ने कैप्चर की दुनिया की सबसे बड़ी नियर-इन्फ्रारेड फोटो, आप भी देखें

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वैज्ञानिकों की एक अंतरराष्ट्रीय टीम ने हबल स्पेस टेलीस्कोप (Hubble Space Telescope) की अब तक की सबसे बड़ी नियर-इंन्फ्रारेड फोटो जारी की है, जिससे एस्ट्रोनोमर्स को यूनिवर्स के तारे बनाने वाले क्षेत्रों का नक्शा बनाने और यह जानने का मौका मिलता है कि सबसे पुरानी, ​​​​सबसे दूर की गैलेक्सी का निर्माण कैसे हुआ। 3D-DASH नाम का यह हाई-रिजॉल्यूशन स्कैन रिसर्चर्स को James Webb Space Telescope के साथ चल रही स्टडी के लिए असामान्य वस्तुओं और लक्ष्यों का पता लगाने का मौका भी देगा। जेम्स वेब स्पेस टेलीस्कोप को हाल ही में एक दशक लंबे मिशन पर लॉन्च किया गया था। 3D-DASH रिसर्चर्स को पूरे COSMOS क्षेत्र का फुल नियर-इन्फ्रारेड सर्वे करने का मौका देगा। नियर-इन्फ्रारेड का मतलब है कि एस्ट्रोनोमर्स सबसे दूर की गैलेक्सी का भी पता लगा सकते हैं, क्योंकि यह हबल द्वारा देखी गई सबसे लंबी और सबसे लाल वेवलैंथ है। अब तक, इतनी बड़ी तस्वीर केवल जमीन से ही प्राप्त की जा सकती थी। यूनिवर्स की सबसे विशाल गैलेक्सी, अत्यधिक एक्टिव ब्लैक होल, और टकराने और विलीन होने की कगार पर मौजूद गैलेक्सी जैसी अनूठी घटनाओं की पहचान के ल...

ब्‍लू व्‍हेल से भी 3 गुना बड़ा एस्‍टरॉयड आ रहा हमारे करीब, 6 जून को होगा ‘सामना’

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एस्‍टरॉयड जिज्ञासा जगाते हैं, जब ये पृथ्‍वी के पास से गुजरते हैं। कुछ ऐसा ही फ‍िर होने जा रहा है। नासा के अनुसार, ब्लू व्हेल से भी तीन गुना बड़ा एक एस्‍टरॉयड सोमवार को 26,000 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से पृथ्‍वी के ऊपर से गुजरेगा। रिपोर्टों के अनुसार, 2021 GT2 नाम का यह एस्‍टरॉयड हमारी पृथ्‍वी से 35 लाख किलोमीटर की दूरी से पास होगा। यह पृथ्‍वी और चंद्रमा के बीच की औसत दूरी का 10 गुना है। इस हिसाब से यह माना जा सकता है कि यह एक सुरक्षित सफर होगा, जिसका पृथ्‍वी पर कोई असर दिखने की उम्‍मीद नहीं है।   हाल ही में एक और एस्‍टरॉयड- 7335 (1989 JA) भी पृथ्‍वी के करीब से गुजरा था। इसे संभावित रूप से खतरनाक की कैटिगरी में रखा गया था। यह इस साल का अबतक का सबसे बड़ा एस्‍टरॉयड था, जिसने हमारी पृथ्‍वी के पास से सफर किया।   बात करें एस्‍टरॉयड 2021 GT2 की, तो इस अंतरिक्ष चट्टान का पता पिछले साल लगा था। अनुमान है कि इसका आकार 121 से 272 फीट के बीच है। आसानी से समझने के लिए इसकी लंबाई एक ब्लू व्हेल की लंबाई से तीन गुना तक ज्‍यादा हो सकती है। क्‍योंकि यह साइज में बहुत बड़ा नहीं है, इसीलिए इसे पृथ...

अमेरिकी कंपनी ने दिखाया हाइपरसोनिक व्‍हीकल, दुनिया के सबसे बड़े एयरप्‍लेन से होगा लॉन्‍च

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एक अमेरिकी एयरोस्‍पेस कंपनी है स्ट्रैटोलांच (Stratolaunch)। यह हाई-स्‍पीड फ्लाइट टेस्‍ट सर्विसेज के लिए जानी जाती है। स्ट्रैटोलांच ने अबतक के सबसे बड़े हवाई जहाज ‘Roc कैरियर एयरक्राफ्ट' की पांचवीं उड़ान पूरी कर ली है और अब यह कंपनी एक हाइपरसोनिक व्‍हीकल (Talon-A) की टेस्टिंग के लिए तैयार है। इसे Roc कैरियर एयरक्राफ्ट से लॉन्‍च किया जाएगा। इस व्‍हीकल के बारे में सबसे पहले साल 2020 में सुना गया था। बताया जाता है कि इस हाइपरसोनिक व्‍हीकल को 35,000 फीट (10,668 मीटर) की ऊंचाई पर दुनिया के सबसे बड़े पंखों वाले Roc एयरक्राफ्ट से छोड़ा जाएगा। Roc एयरक्राफ्ट को भी स्ट्रैटोलांच ने ही डेवलप किया है।  हाल ही में कंपनी ने बताया है कि उसने Talon-A टेस्‍ट व्‍हीकल का स्‍ट्रक्‍चर पूरा कर लिया है। इसे TA-0 के रूप में जाना जाता है। space.com की रिपोर्ट के अनुसार कंपनी ने बताया है कि TA-0 की सेपरेशन टेस्टिंग को पूरा करने के बाद कंपनी अपने इस पहले हाइपरसोनिक टेस्‍ट व्‍हीकल की उड़ान पर काम शुरू करेगी। स्ट्रैटोलांच के मुताबिक कंपनी ने एक तीसरे व्‍हीकल TA-2 का निर्माण भी शुरू कर दिया है। यह पहला रीयू...

आज रात 12 बजे धरती पर लौटेगा Boeing Starliner, NASA को होगा बड़ा फायदा

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नया बोइंग स्टारलाइनर (Boeing Starliner) कैप्सूल बुधवार को अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) के लिए अपनी पहली मानव रहित यात्रा से पृथ्वी पर वापसी करने के लिए तैयार हो गया है। यह व्हीकल भविष्य में NASA के अपकमिंग वाहन के रूप में अपनी उड़ान भरेगा। स्टारलाइनर ने फ्लोरिडा में केप कैनावेरल यूएस स्पेस फोर्स बेस से एक हफ्ते पहले अपनी टेस्ट फ्लाइट शूरू की थी। CST-100 Starliner का ISS से अनडॉक और धरती के लिए वापसी का समय दोपहर 2:36 बजे (EDT), यानी सुबह 12:06 (IST) के लिए सेट किया गया था, जिसके बाद इसे धरती में कदम रखने के लिए पांच घंटे का समय लगेगा। समाचार एसेंजी Reuters की रिपोर्ट कहती है कि यदि सब कुछ योजना के अनुसार होता है, तो मिशन की समाप्ति इस कैप्सूल शेप की शिप एक एयरबैग-कुशन वाले पैराशूट के साथ व्हाइट सैंड्स, न्यू मैक्सिको के पास रेगिस्तान पर 6:49 बजे PDT (7:19 am IST, गुरुवार) लैंड करेगा। स्टारलाइनर को पिछले गुरुवार को बोइंग-लॉकहीड मार्टिन के जॉइंट वेंचर United Launch Alliance द्वारा डेवलप Atlas V रॉकेट के साथ ऊपर कक्षा में ले जाया गया था। इसका मुख्य उद्देश्य ISS के साथ डॉक करना थ...

कल्पना से परे अंतरिक्ष के सबसे बड़े रहस्यों का जवाब हो सकता है 'Mirror World'

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भले ही मिरर वर्ल्ड फैंटेसी और कल्पना में आम धारणा है, लेकिन यह आज अंतरिक्ष के सबसे बड़े रहस्यों में से एक का जवाब भी हो सकता है। एक नए रिसर्च में वैज्ञानिकों के एक ग्रुप ने सुझाव दिया है कि पार्टिकल्स के "मिरर वर्ल्ड" जो हमसे अनदेखा रहता है, हबल कॉन्स्टेंट (Hubble Constant) समस्या का उत्तर हो सकता है। हबल कॉन्स्टेंट समस्या यूनिवर्स में एक्सपेंशन के रेट की सैद्धांतिक वैल्यू में विसंगति और माप द्वारा देखे गए विस्तार के वास्तविक रेट को कहते है। न्यू मैक्सिको विश्वविद्यालय के प्रमुख शोधकर्ता फ्रांसिस-यान साइर-रेसीन और कैलिफोर्निया विश्वविद्यालय के फी जीई और लॉयड नॉक्स ने कहा (अनुवादित) "मूल रूप से, हम बताते हैं कि ब्रह्मांड विज्ञान में हम जो बहुत सारे अवलोकन करते हैं उनमें ब्रह्मांड को समग्र रूप से आकार देने के तहत एक अंतर्निहित समरूपता होती है। यह समझने का एक तरीका दे सकता है कि ब्रह्मांड के एक्सपेंशन रेट के विभिन्न मापों के बीच एक विसंगति क्यों प्रतीत होती है।" उनके कमेंट्स को सिमेट्री ऑफ कॉस्मोलॉजिकल ऑब्जर्वेबल्स, ए मिरर वर्ल्ड डार्क सेक्टर और हबल कॉन्स्टेंट नाम ...

भारत के पहले 5G टेस्ट बेड का उद्घाटन किया गया

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First Published: May 23, 2022 | Last Updated:May 23, 2022 प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हाल ही में भारत के पहले 5G टेस्टबेड का उद्घाटन किया, जिसे 220 करोड़ रुपये में स्थापित किया गया है। मुख्य बिंदु इसका उद्देश्य दूरसंचार उद्योग को भारत के भीतर अपने उत्पादों का परीक्षण और सत्यापन करने और विदेशों में सुविधाओं पर उनकी निर्भरता को कम करने में सक्षम बनाना है। इस प्रकार, यह 5G टेस्ट बेड आधुनिक तकनीकों के क्षेत्र में भारत की आत्मनिर्भरता की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। 5G टेस्ट बेड की सुविधा देश में 5 अलग-अलग जगहों पर उपलब्ध होगी। हाल ही में, केंद्रीय आईटी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने IIT मद्रास में भारत की पहली 5G कॉल की, जो भारत के पहले 5G परीक्षण के लिए सबसे बड़े क्षणों में से एक है। यह परीक्षण कॉल हाई 5G फ्रीक्वेंसी बैंड के मध्य-स्तरीय स्पेक्ट्रम पर संचालित की गयी थी। 5G परीक्षण आठ संस्थानों द्वारा और IIT मद्रास के नेतृत्व में एक बहु-हितधारक सहयोगी परियोजना है। अन्य सात संस्थान IIT दिल्ली, IIT हैदराबाद, IIT बॉम्बे, IIT कानपुर, IISc बैंगलोर और सोसाइटी ...

मंगल ग्रह पर सबसे बड़ा भूकंप खोजने वाला Nasa का इनसाइट लैंडर जल्‍द हो सकता है खत्‍म

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अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा (Nasa) के मंगल मिशन को झटका लगा है। उसका एक स्‍पेसक्राफ्ट बर्बाद होने की ओर है। नासा के इनसाइट (Insight) लैंडर पर जमा हुई धूल की वजह से लैंडर अपनी बिजली खो रहा है। अंतरिक्ष एजेंसी ने मंगलवार को कहा कि वह इस स्‍पेसक्राफ्ट के भूकंपमापी का इस्तेमाल तब तक करती रहेगा, जब तक कि जुलाई में इसकी बिजली खत्म नहीं हो जाती। नासा ने बताया है कि फ्लाइट कंट्रोलर सब कुछ बंद करने से पहले इस साल के आखिर तक इनसाइट को मॉनिटर करेंगे।  साल 2018 में मंगल ग्रह पर उतरने के बाद से इनसाइट ने 1,300 से ज्‍यादा भूकंपों का वहां पता लगाया है। हाल ही में इसने मंगल ग्रह पर आए अब तक के सबसे बड़े भूकंप को रिकॉर्ड किया था, जिसकी तीव्रता 5 मापी गई थी। यह नासा का दूसरा मंगल ग्रह लैंडर होगा, जो धूल में खो गया है और जल्‍द बर्बाद हो सकता है।  हालांकि मंगल ग्रह की सतह पर नासा के दो और स्‍पेसक्राफ्ट अभी काम कर रहे हैं। इनमें शामिल हैं- रोवर्स क्यूरियोसिटी और पर्सिवरेंस। इनसाइट को लेकर इस मिशन की डेप्‍युटी प्रोजेक्‍ट मैनेजर कात्या जमोरा गार्सिया ने कहा है कि शुरू में लैंडर में एक घंटे 40 मिनट के लि...

हमारे सूर्य से 32 गुना बड़ा और 2 लाख गुना ज्‍यादा चमकदार तारा देखा है आपने?

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रात के साफ आसमान में हमें लाखों तारे दिखाई देते हैं। पृथ्‍वी से लाखों-‍करोड़ों किलोमीटर दूर स्थित ये तारे जगमगाते छोटे बिंदुओं की तरह दिखाई देते हैं। लेकिन हमारे अस्तित्व का तारा है सूर्य। इसके चारों ओर पृथ्वी समेत कई ग्रह चक्‍कर लगाते हैं। क्‍या आप किसी ऐसे तारे के बारे में सोच सकते हैं, जो हमारे सूर्य से 200,000 गुना ज्‍यादा चमकीला और 32 गुना ज्‍यादा बड़ा हो। हाल ही में अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा (Nasa) ने एक इमेज शेयर की है। इसमें दिखाया गया है कि तारे के आसपास की दुनिया कैसी दिखाई देगी। इमेज में ब्रह्मांड के परिदृश्य को दिखाया गया है, जो शांत नजर आता है, लेकिन हकीकत में ऐसा नहीं है।  हर्शल 36 (Herschel 36) नाम का यह स्‍टार ‘लैगून नेबुला' (Lagoon Nebula) के केंद्र में है। यह लगभग 4,000 प्रकाश वर्ष दूर स्थित है। यह ताकतवर पराबैंगनी किरणों समेत अशांत गैसों, तेज रेडिएशन से भरा है। इन इंटरेक्‍शंस की वजह से ‘लैगून नेबुला' में गैस और धूल के पहाड़ों के एक काल्पनिक परिदृश्य दिखाई देता है।    नासा ने बताया है कि यह विशाल तारा अभी युवा है। लगभग 1 मिलियन वर्ष ही पुराना है और हाइ...

NASA का स्पेसक्राफ्ट जाएगा Apophis पर, पृथ्वी के लिए सबसे बड़ा खतरा है यह एस्ट्रॉयड

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NASA की जेट प्रोपल्शन लैब (JPL) ने कथित तौर पर 2004 MN4 (वर्तमान में Apophis) नाम के एक एस्ट्रॉयड के पृथ्वी से 2029 में टकराने की संभावना जताई थी, जिसके बाद अब अमेरिकी स्पेस एजेंसी इस एस्ट्रॉयड पर अपना स्पेसक्राफ्ट भेजने की तैयारी कर रही है। 2004 में, इस एस्ट्रॉडय को सबसे पहले एस्ट्रोनोमर फैब्रिज़िओ बर्नार्ड (Fabrizio Bernard) ने अपने दो साथियों के साथ देखा था। इसके बाद से इस एस्ट्रॉयड के ऊपर कई तरह के विश्लेषण हुए। एपोफिस की कक्षा को जांचने के पता चला कि इसके अगली शताब्दी तक पृथ्वी से टकराने की संभावना नहीं है, लेकिन फिर भी 2029 में यह हमारे ग्रह के बेहद करीब पहुंच जाएगा, और उस समय इसकी दूरी सिर्फ 32,000 किलोमीटर होगी। Scientific American की रिपोर्ट में दावा किया गया है कि NASA वैज्ञानिकों ने उत्सुकता से 2029 में इसके आसपास से गुज़रने के समय पर इस एस्ट्रॉयड पर अपना स्पेसक्राफ्ट भेजने का प्रस्ताव दिया है। NASA इसके लिए पहले से अंतरिक्ष में अपनी यात्रा कर रहा OSIRIS-REx यान तय किया गया है। बता दें, यह यान शुरू में 2016 में Bennu नाम के एक अन्य एस्ट्रॉयड से सैंपल एकत्र करने के मिशन ...

आज पृथ्‍वी से टकरा सकता है एक सौर तूफान, हो सकता है बड़ा नुकसान

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एक बड़ा सौर तूफान (solar storm) 14 अप्रैल को पृथ्वी से टकरा सकता है। वैज्ञानिक इसकी उम्‍मीद कर रहे हैं। उनका मानना है कि इस इस घटना से पृथ्वी को संभावित नुकसान हो सकता है। अंतरिक्ष एजेंसियों का कहना है कि यह भू-चुंबकीय सौर तूफान शक्तिशाली हो सकता है, क्योंकि हाल ही में सूर्य काफी एक्टिव रहा है। वह अधिक चमक भी रहा है। यह सब इसलिए भी है, क्‍योंकि 11 साल के सौर चक्र में सूर्य अपनी सोलर मैक्सिमा के करीब पहुंच रहा है। इस वजह से पिछले कुछ महीनों में वह कई बार कोरोनल मास इजेक्शन (CME) के साथ चमक रहा है। नासा (NASA) और नेशनल ओशनिक एंड एटमॉस्फेरिक एडमिनिस्ट्रेशन (NOAA) सूर्य के CME फ्लेयर्स की लगातार निगरानी कर रहे हैं। उन्होंने भविष्यवाणी की है कि सबसे प्रभावशाली तूफान 14 अप्रैल को पृथ्वी को प्रभावित करेगा। इस बार सौर फ्लेयर्स में बेहद तेज हवा होगी। नासा ने संभावना जताई है कि पृथ्वी से टकराने के बाद यह तूफान तेज हो जाएगा। सेंटर ऑफ एक्सीलेंस इन स्पेस साइंसेज इंडिया (CESSI) ने एक ट्वीट में लिखा है कि 14 अप्रैल 2022 को 429 से 575 किलोमीटर प्रति सेकंड के बीच की गति के साथ पृथ्वी पर इस तूफान का...

बोधगया में बनाई जा रही है शयन मुद्रा में भारत में भगवान बुद्ध की सबसे बड़ी मूर्ति

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First Published: March 10, 2022 | Last Updated:March 10, 2022 भारत में शयन मुद्रा में भगवान बुद्ध की सबसे बड़ी मूर्ति बिहार के बोधगया में बन रही है। भारत के बौद्ध तीर्थयात्रा सर्किट को सक्रिय रूप से पुनर्जीवित किया जा रहा है और बोधगया इसका एक अभिन्न अंग है।  मुख्य बिंदु  इस प्रतिमा का निर्माण बुद्ध इंटरनेशनल वेलफेयर मिशन द्वारा किया जा रहा है। यह प्रतिमा 30 फीट ऊंची और 100 फीट लंबी होगी। इस प्रतिमा में भगवान बुद्ध शयन मुद्रा में हैं। इस विशाल प्रतिमा का निर्माण वर्ष 2019 में शुरू हुआ था। इस प्रतिमा को फाइबरग्लास से बनाया जा रहा है और इसे कोलकाता के मूर्तिकारों द्वारा बनाया जा रहा है। फरवरी 2023 से भगवान बुद्ध की विशाल प्रतिमा भक्तों के लिए खोल दी जाएगी। बोधगया वह स्थान है जहां भगवान बुद्ध को ज्ञान की प्राप्ति हुई थी, इसलिए यहां मूर्ति बनाई जा रही है। बोधगया ( Bodh Gaya) बोधगया बिहार के गया जिले में एक तीर्थ स्थल और धार्मिक स्थल है और महाबोधि मंदिर परिसर से जुड़ा हुआ है। यह उस स्थान के रूप में प्रसिद्ध है जहां गौतम बुद्ध को बोधि वृक्ष के नीचे ज्ञ...

परामर्श 2022 : भारत की सबसे बड़ी करियर काउंसलिंग वर्कशॉप लांच की गई

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First Published: February 18, 2022 | Last Updated:February 18, 2022 संस्कृति और संसदीय कार्य राज्य मंत्री श्री अर्जुन राम मेघवाल ने बीकानेर जिला क्षेत्र में स्कूली बच्चों के लिए ‘परामर्श 2022’ (Paramarsh 2022) करियर परामर्श कार्यशाला लांच की। इस कार्यशाला में बीकानेर जिले के एक हजार से अधिक स्कूलों के एक लाख छात्रों ने भाग लिया, जिनमें ज्यादातर ग्रामीण क्षेत्रों के थे। मुख्य बिंदु  इस कार्यशाला का आयोजन श्रम और रोजगार मंत्रालय के राष्ट्रीय करियर सेवा संस्थान (National Institute of Career Services – NICS) और एडुमाइलस्टोन्स (Edumilestones) नामक एक शैक्षिक स्टार्ट-अप की मदद से किया गया था। इस कार्यशाला में राजस्थान के शिक्षा निदेशालय ने भी सहयोग प्रदान किया। कार्यशाला  इस कार्यशाला में न केवल छात्रों के लिए शिक्षक प्रशिक्षण और करियर कार्यशालाएं शामिल होंगी, बल्कि एक ऑनलाइन और ऑफलाइन करियर मूल्यांकन के साथ-साथ सभी भाग लेने वाले छात्रों के लिए एडुमाइलस्टोन्स की डिजिटल करियर लाइब्रेरी तक पहुंच भी शामिल होगी। सरकारी और निजी दोनों स्कूलों के छात्रों को नीति ...

SpaceX की बड़ी तैयारी, इस साल लॉन्‍च करेगी 52 मिशन

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एलन मस्क (Elon Musk) की कमर्शल स्पेस कंपनी स्पेसएक्स (SpaceX) ने इस साल 52 मिशन लॉन्च करने की योजना बनाई है। अगर SpaceX इसमें कामयाब होती है, तो वह एक साल में अबतक के सबसे अधिक लॉन्च पूरे करेगी। अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा (NASA) के लिए भी SpaceX पार्टनर की भूमिका में है, खासतौर पर नासा के ह्यूमन स्‍पेसफ्लाइट प्रोग्राम के लिए। इसके पास इंटरनेशनल स्‍पेस स्‍टेशन (ISS) से अंतरिक्ष यात्रियों और कार्गो को लाने और ले जाने की जिम्‍मेदारी है। नासा के आर्टेमिस (Artemis) प्रोग्राम के तहत अंतरिक्ष यात्रियों को चंद्रमा पर उतारने के लिए भी SpaceX नेक्‍स्‍ट जेनरेशन रॉकेट सिस्टम डेवलप कर रही है। इस रॉकेट का नाम स्टारशिप रखा गया है। SpaceX मुख्य रूप से नासा के प्रोग्राम्‍स की मदद करती है साथ ही यह कंपनी समय-समय पर दूसरी कंपनियों, इंटरनेशनल कस्‍टमर्स और अमेरिकी रक्षा विभाग के लिए भी सैटेलाइट लॉन्च करती है। हालांकि इस साल जो 52 लॉन्च करने की योजना है, उनमें से ज्‍यादातर लॉन्‍च SpaceX के लिए किए जाएंगे। माना जा रहा है कि ये लॉन्‍च Starlink के सैटेलाइट के लिए होंगे। Starlink भी स्‍पेसएक्‍स का ही भाग...

भारत खीरा (Cucumber) और गर्किन (Gherkins) का सबसे बड़ा निर्यातक बना

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First Published: January 25, 2022 | Last Updated:January 25, 2022 भारत खीरा (Cucumber) और गर्किन (Gherkins) का सबसे बड़ा निर्यातक बन गया है। मुख्य बिंदु  वित्त वर्ष 2020-2021 में भारत ने 200 मिलियन डालर के कृषि प्रसंस्कृत उत्पाद, अचार, ककड़ी या कॉर्निचन्स के निर्यात को पार कर लिया है। इसके साथ, भारत दुनिया भर में खीरे और गर्किन का सबसे बड़ा निर्यातक बन गया है। भारत ने अप्रैल-अक्टूबर 2021 के दौरान 114 मिलियन डालर के मूल्य के साथ 1,23,846 मीट्रिक टन ककड़ी और खीरा का निर्यात किया। 2020-21 में, भारत ने 223 मिलियन अमरीकी डालर के मूल्य के साथ 2,23,515MT खीरा और गर्किन का निर्यात किया। वैश्विक मांग को पूरा करता भारत भारत में 51 कंपनियां खीरा का उत्पादन और निर्यात करती हैं। खीरा दो रूपों में निर्यात किया जाता है, ड्रम में पैक किया जाता है और खाने के लिए तैयार पैक में। भारत कुल वैश्विक आवश्यकता का 15% पूरा करता है।  अचारी खीरे का निर्यात कर्नाटक, तमिलनाडु, तेलंगाना और आंध्र प्रदेश राज्य दुनिया भर में अचारी खीरे की प्रोसेसिंग और निर्यात करते हैं। अचार वाले...

‘माना ऊरु माना बाड़ी’ (Mana Ooru Mana Badi) कार्यक्रम क्या है?

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First Published: January 19, 2022 | Last Updated:January 19, 2022 ‘माना ऊरु माना बाड़ी’ कार्यक्रम तेलंगाना सरकार द्वारा शुरू किया गया था। यह कार्यक्रम राज्य में स्कूल के बुनियादी ढांचे का निर्माण करेगा।इसे 7,289 करोड़ रुपये की लागत से लागू किया जायेगा। 19.84 लाख से अधिक बच्चे इस कार्यक्रम से लाभान्वित होंगे। मुख्य बिंदु  पहले चरण में 9,123 स्थानीय निकाय स्कूलों और सरकारी स्कूलों में यह कार्यक्रम शुरू किया जायेगा। इस कार्यक्रम के तहत बुनियादी ढांचे के निर्माण की अनुमति संबंधित जिला कलेक्टरों द्वारा प्रदान की जाएगी। इस कार्यक्रम का संचालन संबंधित स्कूलों में गठित प्रबंधन समितियों द्वारा किया जाएगा। अन्य हालिया कैबिनेट निर्णय यह कार्यक्रम हालिया कैबिनेट बैठक के दौरान लिए गए सबसे महत्वपूर्ण फैसलों में से एक है। कैबिनेट ने राज्यों में स्कूलों की फीस संरचना को विनियमित करने के लिए एक नया कानून बनाने का फैसला किया। इसमें निजी स्कूल भी शामिल हैं। सरकारी स्कूलों में अंग्रेजी माध्यम शुरू किया जाएगा। एक महिला विश्वविद्यालय और वन विश्वविद्यालय की स्थापना की जा...

बृहस्‍पति से तीन गुना बड़ा ग्रह वॉलंटियर्स ने खोज निकाला

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बृहस्‍पति (Jupiter) हमारे सौरमंडल का सबसे बड़ा ग्रह है। अब नासा (NASA) ने बृहस्‍पति से भी तीन गुना बड़े ग्रह की खोज की है। खास बात यह है कि एस्‍ट्रोनॉमी में दिलचस्‍पी रखने वाले वॉलंटियर्स ने नासा को इस खोज में मदद की है। हालांकि यह ग्रह हमारे सौर मंडल के बाहर है। पृथ्वी से लगभग 379 प्रकाश वर्ष दूर स्थित यह ‘सुपर-बृहस्पति' हमारे सूर्य के समान द्रव्यमान वाले तारे की परिक्रमा करता है। आने वाले दिनों में इस ग्रह से जुड़े कई और दिलचस्‍प तथ्‍य सामने आने की उम्‍मीद है।  नासा ने कहा है कि यह खोज ‘सिटीजन साइंटिस्‍ट' के एक ग्रुप की वजह से संभव हुई है। इन वॉलंटियर्स ने नासा के ट्रांजिटिंग एक्सोप्लैनेट सर्वे सैटेलाइट (TESS) से डेटा का अध्ययन किया। नासा नियमित रूप से सिटीजन साइंटिस्‍ट को अपने टेलीस्कोप डेटा तक पहुंच की अनुमति देती है, जिससे वो सौर मंडल के बाहर दुनिया का पता लगा सकें।  वॉशिंगटन के एक पूर्व अमेरिकी नौसैनिक अधिकारी टॉम जैकब्स उन लोगों में शामिल थे, जिन्होंने इस ग्रह को खोजने में मदद की। नासा ने कहा कि यह खोज इसलिए महत्वपूर्ण है, क्योंकि यह विशालकाय ग्रह अपने सूर्य की परिक...

वर्जिन ऑर्बिट की तीसरी बड़ी छलांग, अंतरिक्ष में सफलतापूर्वक पहुंचाए 7 सैटेलाइट

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वर्जिन ऑर्बिट (Virgin Orbit) ने सफलतापूर्वक 7 छोटे उपग्रहों को अंतरिक्ष में लॉन्‍च कर दिया है। वर्जिन ऑर्बिट के मॉडिफाइड ‘बोइंग 747' ने साउथ कैलिफोर्निया के रेगिस्तान में मोजावे एयर एंड स्पेस पोर्ट से उड़ान भरी। कंपनी ने कन्‍फर्म किया है कि सभी उपग्रहों को उनकी कक्षा में सफलतापूर्वक तैनात कर दिया गया है। कंपनी ने ट्वीट करके इसे वर्जिन ऑर्बिट टीम के लिए एक शानदार दिन और कस्‍टमर्स के लिए एक बड़ा कदम बताया है। जिन उपग्रहों को लॉन्‍च किया गया, उनमें अमेरिकी रक्षा विभाग, पोलिश कंपनी ‘सैटरेवोल्यूशन' और अंतरराष्ट्रीय कंपनी ‘स्पायर ग्लोबल' के उपग्रह शामिल थे। अपने कस्‍टमर्स के उपग्रह ले जाने वाला यह वर्जिन ऑर्बिट का तीसरा प्रक्षेपण था। इससे पहले जनवरी और जून 2021 में कंपनी ने कई उपग्रहों को उनकी कक्षा में पहुंचाया था। मई 2020 में कंपनी का एक प्रक्षेपण नाकाम रहा था, जिसके जरिए वह क्षमता दिखाना चाहती थी। इसके बाद भी कस्‍टमर्स का उस पर भरोसा बना रहा।  And there we have it, folks! We've just heard from Mission Control that NewtonThree successfully reignited and deployed all cu...

विश्व का सबसे बड़ा खादी राष्ट्रीय ध्वज प्रदर्शित किया गया

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First Published: January 15, 2022 | Last Updated:January 15, 2022 15 जनवरी, 2022 को, “सेना दिवस” ​​मनाने के लिए, खादी के कपड़े से बना दुनिया का सबसे बड़ा राष्ट्रीय ध्वज प्रदर्शित किया गया। मुख्य बिंदु इसे जैसलमेर में भारत-पाकिस्तान सीमा पर लोंगेवाला में प्रदर्शित किया गया। लोंगेवाला भारत और पाकिस्तान के बीच 1971 की ऐतिहासिक लड़ाई का केंद्र चरण था। यह खादी ध्वज का पांचवां सार्वजनिक प्रदर्शन होगा। स्मारकीय राष्ट्रीय ध्वज यह स्मारकीय राष्ट्रीय ध्वज 225 फीट लंबा और 150 फीट चौड़ा है। इसका वजन लगभग 1400 किलोग्राम है। 70 खादी कारीगरों ने 49 दिनों में इस झंडे को तैयार किया। इसके निर्माण से खादी कारीगरों और संबद्ध श्रमिकों के लिए लगभग 3500 मानव-घंटे का अतिरिक्त कार्य हुआ है। यह 33,750 वर्ग फुट के क्षेत्र को कवर करता है। ध्वज में अशोक चक्र का व्यास 30 फीट है। स्मारकीय राष्ट्रीय ध्वज क्यों महत्वपूर्ण है? स्मारकीय राष्ट्रीय ध्वज भारतीयता की सामूहिक भावना के साथ-साथ खादी की विरासत शिल्पकला का प्रतीक है। खादी और ग्रामोद्योग आयोग (KVIC) द्वारा ‘आजादी का अमृत महो...

संयुक्त राष्ट्र ने अफगानिस्तान के लिए सबसे बड़ी देश विशिष्ट अपील शुरू की

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First Published: January 14, 2022 | Last Updated:January 14, 2022 संयुक्त राष्ट्र ने हाल ही में अफगानिस्तान के लिए सबसे बड़ी देश विशिष्ट अपील (country specific appeal) शुरू की है। अफगानिस्तान में बैंकिंग प्रणाली को पुनर्जीवित करने के लिए पाकिस्तान द्वारा अंतर्राष्ट्रीय संगठन काम आवहन करने के बाद यह अपील शुरू की गई थी। मुख्य बिंदु यह 5 बिलियन डालर की अपील है। यानी संयुक्त राष्ट्र के सदस्य देशों के मुताबिक अफगानिस्तान को बचाने के लिए 5 अरब डॉलर की जरूरत है। संयुक्त राष्ट्र के सदस्यों ने अफगानिस्तान में ढह रही सेवाओं को बचाने की अपील की है। अफगानिस्तान दुनिया में सबसे खराब मानवीय संकट का सामना कर रहा है। आधे अफगान भूखमरी का सामना कर रहे हैं। देश में 9 मिलियन से अधिक लोग बेघर हैं। लगभग 22 मिलियन लोगों को सहायता की आवश्यकता है। 5.7 मिलियन अफगानों को सीमाओं से परे मदद की जरूरत है। महत्व देश में बैंकिंग प्रणाली की अनुपस्थिति सुरक्षा चिंताओं को जन्म देगी। साथ ही अफगानिस्तान में मानवीय एजेंसियां ​​तभी काम कर सकती हैं, जब देश में नकदी हो। अफगानिस्तान में वर्तमा...