राजा चारी ने ISS में की अपनी पहली स्पेसवॉक, जानें इस भारतीय-अमेरिकी के बारे में
साल 2017 में चारी को एक अंतरिक्ष यात्री के रूप में चुना गया था। उनका जन्म अमेरिका के मिल्वौकी, विस्कॉन्सिन में हुआ और परवरिश सीडर फॉल्स में हुई। उन्होंने सीडर फॉल्स की ही रहने वालीं ‘होली शैफ्टर चारी' से शादी की है, जिनसे उनके तीन बच्चे हैं।
नासा की वेबसाइट पर दी गई राजा चारी की बायोग्राफी के अनुसार, उन्होंने आयोवा के वाटरलू में कोलंबस हाई स्कूल से ग्रैजुएशन किया। कोलोराडो में अमेरिकी एयरफोर्स अकैडमी से उन्होंने एस्ट्रोनॉटिकल इंजीनियरिंग में ग्रैजुएशन की डिग्री ली। उन्हें मैसाचुसेट्स इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी से एरोनॉटिक्स और एस्ट्रोनॉटिक्स में मास्टर डिग्री भी मिली है। अब वह NASA के स्पेसएक्स क्रू -3 मिशन के इंटरनैशनल स्पेस स्टेशन के कमांडर हैं, जिसे नवंबर 2021 में लॉन्च किया गया था।
राजा चारी के दादा तेलंगाना के महबूबनगर के रहने वाले थे। वह उस्मानिया यूनिवर्सिटी में मैथ्स के प्रोफेसर थे। उनके पिता श्रीनिवास चारी ने उस्मानिया यूनिवर्सिटी से ही इंजीनियरिंग की पढ़ाई की थी और बाद में अमेरिका चले गए। राजा चारी कई बार हैदराबाद आए हैं, जहां उनके रिश्तेदार रहते हैं।
नासा ने राजा चारी और उनके सहयोगी की स्पेसवॉक की तस्वीरें और क्लिप को ट्वीट के जरिए शेयर किया है। पहले ट्वीट में स्पेसवॉक की ऑफिशियल शुरुआत को हाईलाइट किया गया है।
इसके बाद के ट्वीट में अंतरिक्ष एजेंसी ने बताया कि स्पेसवॉक में दो घंटे पूरे हो गए हैं। राजा चारी और उनके सहयोगी ने एक किट इंस्टॉल करने के लिए स्पेसवॉक की थी। खास बात यह है कि राजा के सहयोगी कायला बैरन की यह दूसरी स्पेसवॉक थी। चारी नासा की आर्टेमिस टीम के भी सदस्य हैं और उन अंतरिक्ष यात्रियों में शामिल हो सकते हैं जो आधे दशक में चंद्रमा पर उतरेंगे। आर्टेमिस के तहत, नासा का लक्ष्य अंतरिक्ष यात्रियों को मंगल और उससे आगे भेजने का भी है। राजा चारी नासा की आर्टेमिस टीम के भी मेंबर हैं और उन अंतरिक्ष यात्रियों में शामिल हो सकते हैं, जो आने वाले वर्षों में चंद्रमा पर उतरेंगे।
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